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Showing posts from November, 2019

मेरा नाम रोहित है

मेरा नाम रोहित है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं केवल 23 की उम्र में किडनी रोगी रह चूका हूँ। आप भी यही सोच रहे होंगे कि इतनी छोटी उम्र में मेरी किडनी कैसे खराब हो सकती है? लेकिन यह सच है, इतनी छोटी उमे में मेरी किडनी खराब हो चुकी थी। मेरा साथ ऐसा जिम जाने के कारण से हुआ है। आप लोग सोच रहे होंगे की जिम जाने से तो बॉडी बनती है किडनी थोड़ी खराब हो सकती है। मैं भी बॉलीवुड हीरो को देख देख कर उनके जैसे बॉडी बनाना चाहता था, तो मैंने भी अपने दोस्तों के साथ जिम ज्वाइन कर ली। शुरुआत में तो हम केवल एक ही टाइम जिम जाते थे, लेकिन मुझे जल्दी बॉडी बनानी थी तो मैंने दो टाइम जिम जाना शुरू कर दिया। इतना तो ठीक था, लेकिन मैंने इसके साथ प्रोटीन लेना भी शुरू कर दिया। मेरे सभी दोस्तों ने इसके लिए मुझे टोका कि मैं प्रोटीन ना लूँ। लेकिन मुझे जल्दी बॉडी बनानी थी, मैंने ट्रेनर से बात कर कर सबसे महंगे वाला प्रोटीन ले लिया। वो महंगा प्रोटीन सच में मुझ पर बहुत महंगा पड़ा। ट्रेनर ने मुझे प्रोटीन देते हुए कहा था कि इसे कम ही खाना है और जिम पर ज्यादा ध्यान देना है। मैंने उस टाइम तो हाँ में सर हिला दिया, लेक...

पेशेंट जर्नी – ओमवती

मेरा नाम ओमवती है और मेरी उम्र 44 साल है। मैं मुजफ्फरनगर की रहने वाली हूं। पेशे से मैं एक टीचर हूं और अपने का घर को भी सभालती हूं। मैं और मेरे पति दोनों ही जॉब करते हैं और तब ही हमारा घर चल पाता है। लेकिन फिर मेरी तबियत खराब रहने लगी, अधिक थकान रहना, हाई ब्लड प्रेशर रहना, हाथ-पैरों मे सूजन और पेट दर्द रहता था। जब अचानक हालत बिगड़ने लगी तो अस्पताल में भर्ती करवाया, तब पता चला की मुझे क्रोनिक किडनी डिजीज है। मुझे इसके इलाज के लिए दर्बदर भटकना पड़ रहा था, काफी दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और मैं एलोपैथी इलाज लेकर थक चुकी थी, क्योंकि उससे शरीर में कोई सुधार आ ही नहीं रहा था। मेरा घर का खर्च भी निकल नहीं पा रहा था। मेरे पति को उनके दोस्त के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला और तब उन्होंने कर्मा आयुर्वेदा के बारे में सर्च किया, इसकी जानकारी निकाली। तब हमने कर्मा आयुर्वेदा से इलाज शुरू कर दिया। आयुर्वेदिक इलाज शुरू करने से पहले में क्रिएटिनिन लेवल – 4 mg/dL था लेकिन अब मेरा क्रिएटिनिन लेवल घटकर – 2.2mg/dL पर आ गया है। यहां तक की अब मैं घर का सारा काम करती ...

मेरा नाम मीना सिंह है

मेरा नाम मीना सिंह है और मैं मध्य प्रदेश के शाहडोल जिला की रहने वाली हूँ। काफी लम्बे वक़्त से किडनी की समस्या से परेशान थी । डॉक्टर का कहना था कि मेरा क्रिएटिनिन स्तर , यूरिया स्तर बढ़ा हुआ है। मैंने लंबे समय तक एलोपैथिक दवाई करवाई , लेकिन स्वास्थ्य में किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं होने के कारण, डॉक्टर ने डायलिसिस करवाने की सलाह दे दी थी। मेरे पति के किसी जानकर ने उन्हें कर्मा आयुर्वेदा के बारे में बताया तो हमने एक बार वह से इलाज करवाने के बारे सोचा। हमें कर्मा आयुर्वेदा में डॉक्टर पुनीत धवन मिलें जिन्होंने मेरी रिपोर्ट देखकर बताया कि क्रिएटिनिन बढ़ा हुआ है जो 7 mg/dl है । साथ ही बताया कि यूरिया और कैल्शियम का भी स्तर बढ़ा हुआ है और छाती में पानी भरने की भी शिकायत है। मैंने भी कोई बात ना छुपाते हुए, उन्हें बताया कि मुझे सांस लेने में तकलीफ, खाना खाने की इच्छा में कमी, कमजोरी और छाती में दर्द है। उन्हें इलाज के बारे में पूरा समझाया और बताया की एक डाइट चार्ट के साथ योगासन करने पड़ेंगे। मैंने उनकी सभी बाते मानी और समय पर दवाई का सेवन किया साथ ही डाइट चार्ट का पालन किया और बताए हुए...

मेरा नाम नेहा है और मेरी उम्र 32 साल है।

मेरा नाम नेहा है और मेरी उम्र 32 साल है। मैं महाराष्ट्र की रहने वाली हूँ और एक स्कूल में टीचर की नौकरी करती हूँ। मेरी ज़िन्दगी में सब कुछ सही चल रहा था लेकिन कुछ समय से, मैं कमर में दर्द महसूस कर रही थी। कभी सिकाई कर लेती तो कभी दर्द की दवाई खा लेती है, मगर ऐसा करते हुए मुझे 2 हफ्ते से ज्यादा हो गया था। उसी दौरान मुझे यूरिन पास करने में जलन भी होने लगी थी, मैं समझ तो गयी थी कुछ समस्या है। मैंने कुछ टेस्ट करवाए , जिनसे मुझे पता चला कि मेरी समस्या आम नहीं गंभीर है। डॉक्टर ने बताया की मेरी किडनी सही से काम नहीं कर पा रही है इसलिए कमर दर्द, यूरिन में जलन और ध्यान दिया जाये तो आँखों के नीचे हल्की सूजन भी आने लग गयी है। मैं थोड़ी सी घबरा गयी और अपने पति को फ़ोन करके डॉक्टर के पास बुलाया , उन्होंने डॉक्टर से इस समस्या के इलाज के बारे में जानकारी मांगी। डॉक्टर ने समझाया की दवाइयों से बीमारी को कण्ट्रोल किया जा सकता है तो घबराने की कोई बात नहीं है। राहत के सांस लेते हुए हमने इलाज शुरू करवा दिया लेकिन मुझे किसी भी तरह का आराम नहीं मिल पा रहा था और 2 हफ्ते बाद जब मुझे यूरिन में खून आने लगा ...

पेशेंट जर्नी – चम्पा बेगम

चम्पा बेगम नाम है मेरा, ढाका बांग्लादेश से आई हूं। मुझे किडनी में परेशानी थी और एलोपैथी डॉक्टर से जांच करवाने के बाद पता चला कि, मेरा क्रिएटिनिन बेहद हाई लेवल पर पहुंच गया है और डायलिसिस करवाने के लिए बोल दिया था। मेरा हफ्ते में दो बार डायलिसिस चल रहा था, जिसकी वजह से मुझे दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। मैनें दोबारा जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। मेरे बेटे को यूट्यूब के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला, और कर्मा आयुर्वेदा की सारी पेशेंट वीडियो को देखी। तब मुझे भरोसा हो गया कि, कर्मा आयुर्वेदा से मैं भी ठीक हो सकती है। मेरे बेटे ने बिना देरी किए, मेरा कर्मा आयुर्वेदा से इलाज शुरू कर दिया। मात्रा कुछ दिनों में मुझे अपने अंदर सुधार दिखने लगा और देखते ही देखते मेरा क्रिएटिनिन लेवल भी सामान्य पर आने लगा। पहले मेरा क्रिएटिनिन लेवल 8.5 mg/dL था और अब डॉ. पुनीत धवन के द्वारा दिए गए आयुर्वेदिक उपचार की मदद से मेरा क्रिएटिनिन लेवल घटकर – 1.47 mg/dL आ गया। डायलिसिस से भी छुटकारा मिल गया है। सभी समस्याएं खत्म हो गई है काफी अच्छे से चलती-फिरती हूं , थकान न होना और खाना प...

पेशेंट जर्नी – देवी रानी

मेरा नाम देवी रानी है और मैं हरियाणा की रहने वाली हूं। मेरे पेट में कई दिनों से दर्द हो रहा था और इस दर्द को कम करने के लिए पेन किलर खा लेती थी, लेकिन एक दिन मुझे अधिक पेट दर्द होना लगा और उसके साथ-साथ उल्टियां भी होने लगी। मुझसे कुछ खाया भी नहीं जा रहा था। सरकारी अस्पताल से जांच करवाने के बाद मुझे पता लगा कि, मेरी किडनी में सूजन आ गई। तब मुझे एम्स अस्पताल से इलाज शुरू करने की सलाह दी। उस समय मुझे 1 हफ्ते तक अस्पताल में भर्ती रखने के बाद किडनी में कोई सुधार न मिलने पर डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के लिए बोल दिया। लेकिन एम्स अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि, ज्यादा चांसेस नहीं है कि, किडनी पहले की तरह काम करने लगेगी। मुझे उस समय एक सफल इलाज की जरूरत थी और हर अस्पताल में जांच करवाने के बाद भी मुझे डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ही बोला। तब मेरे पड़ोस में किसी व्यक्ति की किडनी पूरी तरीके से खराब हो चुकी थी और उन्हें कर्मा आयुर्वेदा से अपना आयुर्वेदिक इलाज लिया था, वो पहले की तरह ठीक हो गए। उनके कहने पर मैनें भी 1 महीने पहले कर्मा आयुर्वेदा से इलाज शुरू किया था। अब मैं पहले की तरह...

पेशेंट जर्नी – श्याम सुंदर सोहिना

मैं गोंडा जिला (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला हूं और मेरा नाम श्याम सुंदर सोहिनी है। मुझे शुगर की समस्या के साथ-साथ किडनी फेल्योर भी था और उच्च शुगर के कारण काफी लंबे समय से इंसुलिन ले रहा था। मैनें शुगर की समस्या के कारण 3 से 4 साल तक एलोपैथी दवाओं का सेवन किया था, लेकिन फिर भी इन दवाओं से कोई सुधार नहीं मिला और ये समस्या बढ़ती चली गई। मुझे पेशाब करने में कठिनाईयां होने लगी थी और तब मुझे किडनी रोग की समसया बताई। फिर मैं इस के लिए आयुर्वेदिक इलाज चाहता था, क्योंकि ये रोग को जड़ से खत्म करता है। मुझे सोशल नेटवर्किंग साइट से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला और मैनें दिल्ली आकर अपना इलाज शुरू कर दिया। कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवाओं और डॉ. पुनीत धवन के द्वारा दिए गए स्वस्थ आहार चार्ट के साथ योग का भी पालन किया। पहले महीने में ही मुझे सुधार दिखाना शुरू हो गया। जहां एलोपैथी दवाओं से मेरा क्रिएटिनिन लेवल - 5.9 mg/dL   था वहीं कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवाओं की मदद से मेरा क्रिएटिनिन लेवल घटकर - 3.8 mg/dl आ गया। कर्मा आयुर्वेदा की टीम ने पूरी तरह से हर्बल दवाओं के सा...

पेशेंट जर्नी – राकेश शर्मा

मैं राकेश शर्मा और मैं जम्मू कश्मीर का रहने वाला हूं। मैं किडनी की बीमारी से परेशान था और मेरा क्रिएटिनिन लेवल काफी तेजी से बढ़ रहा था। एलोपैथी डॉक्टर ने कहा था कि, मेरी किडनी 75 प्रतिशत डैमेज हो चुकी है। यहां तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है और आपको अंतिम स्थिति में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट करवाना पड़ेगा। मेरे परिवार में सब मेरी वजह से टेशेंन में आ गए थे और मेरे बीवी-बच्चे मेरे लिए एक सफल इलाज ढूंढ में लग गए। फिर मेरी बेटी को यूट्यूब के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पता चला और हमने तुरंत दिल्ली  आकर कर्मा आयुर्वेदा से अपना इलाज शुरू कर दिया। जब कर्मा आयुर्वेदा आए और वहां बहुत से किडनी पेशेंट्स को देखा, तब उनसे बात की, कर्मा आयुर्वेदा के बारे पूछा और सबने यही कहा कि, ये एक सफल इलाज है। मुझे शान्ति मिल गई कि हम सही जगह आए हैं। फिर मैनें कर्मा आयुर्वेदा से अपना इलाज शुरू किया और आयुर्वेदिक दवा ली और मुझे यहां कुछ डाइट फॉलो करने को कहा। मैनें काफी अच्छे से बताई गई चीजों का पालन किया। आपको जानकर हैरानी होगी कि, 10 दिन के अंदर ही मुझे पहले...

पेशेंट जर्नी – अजय साहू

मेरा नाम अजय साहू है और मैं बरेली से दिल्ली आया हूं, सिर्फ आयुर्वेदिक इलाज के लिए। मैं करीब 7 महीने से किडनी की बीमारी का सामना कर रहा था और 2 महीने से हफ्ते में 2 बार डायलिसिस करवा रहा था। इस गंभीर बीमारी की वजह से मुझे कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था जैसे – यूरिन की समस्या, हाई क्रिएटिनिन लेवल, हाथ-पैरों में सूजन और भूख न लगना। फिर मुझे किसी ने कर्मा आयुर्वेदा के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में बताया कि, यहां सिर्फ आयुर्वेदिक मदद से और बिना डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के किडनी का इलाज किया जाता है। मुझे पहले तो भरोसा नहीं हुआ। लेकिन जब यूट्यूब पर कर्मा आयुर्वेदा के पेशेंट वीडियो को देखा और सोचा की एक बार जाकर देखता हूं। तब मैं कर्मा आयुर्वेदा आया और आयुर्वेदिक उपचार को अपनाया। मुझे बस एक महीना ही हुआ था कि, आयुर्वेदिक दवा लिए हुए और मुझे अपने अंदर सुधार दिखने लगा। मेरा क्रिएटिनिन लेवल पहले 8 mg/dL से और अब घटकर 2.3 mg/dL आ गया। यहां तक कि इस एक महीने के अंदर ही डॉक्टर ने मुझे डायलिसिस लेने के लिए मना कर दिया। मैं डॉ. पुनीत धवन का हजारों बार भी शुक्रिया करू तो भी ये कम होगा। उन्हो...

पेशेंट जर्नी – अनीता रावत

मेरा नाम अनीता रावत है, मैं 23 साल की हूं और मुंबई की रहने वाली हूं। मैं 8 महीने से डायबिटीज की समस्या से जूझ रही थी और दिन में कई बार इंसुलिन लिया करती है, लेकिन फिर अचानक मुझे चक्कर आने लगे और बहुत उल्टियां होने लगी। तब मैं बेहोश हो गई। मुझे एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया और जांच करवाने पर पता चला कि, मेरी किडनी में खराबी आ गई है और मेरा क्रिएटिनिन लेवल बेहद तेजी से बढ़ जा रहा है। एम्स अस्पताल के डॉक्टर से इस इलाज के बारे में बात करने पर पता चला कि, इस बीमारी का तो, कोई इलाज ही नहीं है। बस अंतिम स्थिति में डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट ही करवाना पड़ेगा। तब मैं तो इसके लाखों के खर्चो को देखकर डर गई, कि इतना पैसा आएगा कहा से या मुझे अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा, क्योंकि मैं मिडल क्लास फैमिली से हूं। एक दिन मेरे मम्मी को टीवी पर कर्मा आयुर्वेदा का एक शो दिखा “ STOPKIDNEY DAILYSIS ” और उसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पता चला। मेरी मम्मी ने बिना देरी किए कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार शुरू कर दिया। कर्मा आयुर्वेदा में आने से पहले मेरी हालत बेहद नाजूक थी। यहां तक की मैं अपने प...

मेरा नाम शिव कुमार है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ

मेरा नाम शिव कुमार है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 65 साल है और इस उम्र में किडनी की समस्या होना लोगों के लिए अक्सर आम बात होती है। मगर मेरे लिए नहीं थी , मैं एक किसान हूँ और मेरे परिवार की जिम्मदारी मुझ पर ही थी क्योंकि मेरा बेटा नौकरी की तालश में दिल्ली में था। लगातार कमर दर्द और उल्टी के साथ थकान की समस्या को एक हफ्ते से ज्यादा हो गया था। डॉक्टर से जांच करवाने के बाद उन्होंने बताया की मेरी किडनी सही से कम नहीं कर पा रही है और डायलिसिस करवानी की सलाह दी। मैं एक किसान इतने पैसे हर हफ्ते खा से लता और इस बारे में मैंने अपने परिवार से बात करने का फैसला किया। अपने बेटे को वापिस बुला लिया और परिवार को सब बताया, मेरे बेटे ने कहा की भारत में जन्म लेने के बाद इन अंग्रेजी दवाइयों का चक्कर में क्यों पड़ना? आयुर्वेदिक उपचार ढूँढने की कोशिश करते हैं। उसने हर जगह अपने दोस्तों और मैंने रिश्तेदारों से बात करना शुरू किया तो उसके दिल्ली में रहने वाले एक दोस्त ने कर्मा आयुर्वेदा के बारे बताया। हम अगले दिन सपरिवार दिल्ली पहुंचे और कर्मा आयुर्वेदा से अपॉइंटमेंट लिया। 2 दिन के बाद की...

मेरा नाम विशाल है और मैं मुंबई का रहने वाला हूँ।

मेरा नाम विशाल है और मैं मुंबई का रहने वाला हूँ। इस शहर में लोगों की जिंदगी कब बदल जाये , कौन जनता है ? मैं तो यही का रहने वाला हूँ और मेरे साथ कभी ऐसा होगा, मैंने कभी भी नहीं सोचा था। मैं अपनी ग्रेजुएशन के फाइनल इयर में था , जब अचानक से बुखार हुआ और साथ ही शरीर में थकान रहने लगी थी। एक हफ्ते तक मेरा बुखार ठीक ही नहीं हुआ था और फिर मेरे पेशाब से खून आने लग गया। मैं और मेरे घर वाले बहुत घबरा गए थे, बिना वक़्त गवाए हॉस्पिटल गए , कुछ टेस्ट के बाद पता चला कि मेरी किडनी सही से काम नहीं कर पा रही है। मैं अभी सिर्फ 21 साल का ही था और मेरे लिए इस बारे में जानना बहुत बड़ी बात थी कि मेरी जिंदगी शुरू होने से पहले से खत्म होने वाली थी। मैंने किडनी खराब होने के कई केस सुने थे, जहाँ लोगों को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट जैसे पेनफुल ट्रीटमेंट से गुज़रना पड़ता है। मैं बहुत ज्यादा डर गया था कि अब क्या होगा? मैंने अपने मम्मी-पापा की हालत समझ सकता था क्योंकि मैं उनकी एक लोती औलाद हूँ। मेरी मम्मी वही बैठे-बैठे रोने लग गयी थी और मैं एक दम सहम गया था, लेकिन मेरे पापा ने खुद को समझते हुए डॉक्टर से...

मैं प्रशांत किशोर

मैं प्रशांत किशोर हूँ, मीठे का बहुत शोकिन हूँ। आप सोच रहे होंगे कि मैं अपने खाने की पसंद के बारे में क्यों बता रहा हूँ? क्योंकि इसी मीठे ने मेरी जिंदगी को नरक में बदल दिया था। जैसा की मैंने आपको बताया कि मैं बहुत ज्यादा मीठा खाता था, जिसके कारण से मुझे मधुमेह हो गया। मैंने मधुमेह की दवा लेना शुरू कर दी। शुगर कम होने लगता और मैं फिर से मीठा खाना शुरू कर देता। कुछ सालों से ऐसा ही चलता आ रहा था, मेरी पत्नी मुझे कम मीठा खाने की बोलती थी तो मैं उस पर नाराज़ होता था। कई बार तो वो मुझसे मीठा तक छुपा कर रखने लगी थी। लेकिन मैं कहीं ना कहीं से मीठा खा लेता था। जिसके कारण मुझे कई दिक्कते होती थी। बीता कुछ महीनो से मेरे पैरों में सूजन भी आने लगी थी, तो डॉक्टर के कहने पर मैंने कुछ समय के लिए परहेज किये और फिर से मीठा खाना शुरू कर दिया। लेकिन इस बार समस्या बहुत बड़े रूप में आई थी। मुझे हाई ब्लडप्रेशर भी होने लगा था और पेशाब की दिक्कत भी होने लगी। बहुत कम पेशाब आने लगा था, लगता था कि बहुत तेज़ी से पेशाब आने वाला है लेकिन बिलकुल नहीं आता था। फिर मैंने इस बारे में डॉक्टर से बात की। डॉक्टर ने मुझे स...