मेरा नाम रोहित है
मेरा नाम रोहित है और मैं दिल्ली का रहने वाला
हूँ। मैं केवल 23 की उम्र में किडनी रोगी रह चूका हूँ। आप भी यही सोच रहे होंगे कि
इतनी छोटी उम्र में मेरी किडनी कैसे खराब हो सकती है? लेकिन यह सच है, इतनी छोटी
उमे में मेरी किडनी खराब हो चुकी थी। मेरा साथ ऐसा जिम जाने के कारण से हुआ है।
आप लोग सोच रहे होंगे की जिम जाने से तो बॉडी
बनती है किडनी थोड़ी खराब हो सकती है। मैं भी बॉलीवुड हीरो को देख देख कर उनके जैसे
बॉडी बनाना चाहता था, तो मैंने भी अपने दोस्तों के साथ जिम ज्वाइन कर ली। शुरुआत
में तो हम केवल एक ही टाइम जिम जाते थे, लेकिन मुझे जल्दी बॉडी बनानी थी तो मैंने
दो टाइम जिम जाना शुरू कर दिया। इतना तो ठीक था, लेकिन मैंने इसके साथ प्रोटीन
लेना भी शुरू कर दिया। मेरे सभी दोस्तों ने इसके लिए मुझे टोका कि मैं प्रोटीन ना
लूँ। लेकिन मुझे जल्दी बॉडी बनानी थी, मैंने ट्रेनर से बात कर कर सबसे महंगे वाला
प्रोटीन ले लिया।
वो महंगा प्रोटीन सच में मुझ पर बहुत महंगा पड़ा।
ट्रेनर ने मुझे प्रोटीन देते हुए कहा था कि इसे कम ही खाना है और जिम पर ज्यादा
ध्यान देना है। मैंने उस टाइम तो हाँ में सर हिला दिया, लेकिन मैंने प्रोटीन को
ज्यादा क्वांटिटी में खाना शुरू कर दिया। फिर क्या था मेरी मुझे जल्दी ही रिजल्ट्स
दिखाई देने लग गये। मेरी बॉडी मेरे दोस्तों से जल्दी बनने लग गई। मैं कॉलेज में भी
फेमस होने लगा था।
लेकिन ये मेरी सबसे बड़ी गलती थी, मैं प्रोटीन का
आदि बन चूका था। कुछ टाइम बाद मेरी बॉडी काफी ड्राई रहने लगी, मुझे लगा ऐसे ही हो
रही होगी। लेकिन वो खतरे की पहली घंटी थी। कुछ टाइम बाद मैंने देखा कि मेरे पैरों
में सूजन आ रही है। मुझे लगा कुछ दिनों से लेग डे चल रहा है, शायद इसीलिए हुआ है।
लेकिन सूजन गई ही नहीं और उसमे अब दर्द भी रहने लगा था। इतना भर तो ठीक था लेकिन
मुझे पेट में भी दर्द रहने लगा था।
मम्मी एक दिन मुझे जबरदस्ती डॉक्टर के पास ले
गई, मैं उनको बोलता रहा कि ठीक हो जायगा, लेकिन मम्मी नहीं मानी। डॉक्टर ने पहले
तो मुझे नार्मल सी दवाई दे दी, उससे कुछ आराम तो हुआ लेकिन एक दो दिन नबार फिर से
वाही दिक्कत होने लगी। मम्मी फिर मुझे डॉक्टर के पास ले गई, लेकिन इस बार पापा भी
साथ में थे। डॉक्टर ने उस टाइम मुझसे कुछ पूछी कि मैं क्या खाता हूँ पुरे दिन में ड्रिंक
करता हूँ या नहीं? मैंने डॉक्टर को बताया कि मैं ड्रिंक नहीं करता। फिर डॉक्टर ने
मुझसे पुचा क्या आप प्रोटीन लेते हो? मैंने हाँ बोल दिया।
फिर क्या था डॉक्टर ने मुझे बहुत सारे टेस्ट लिख
दिए। मम्मी और पापा काफी टेंशन में आ गये थे उस टाइम और मैं तो काफी डर गया था। डॉक्टर
ने भी कुछ बताया नहीं बस टेस्ट कराने को बोल दिया। मैंने एक दो दिन में ही टेस्ट
करवा लिए। टेस्ट रिपोर्ट आते ही मैं मम्मी और पापा डॉक्टर के पास गये। डॉक्टर ने
जैसे ही रिपोर्ट देखि वो चौक गये, उन्होंने हमे बताया कि मेरी किडनी डैमेज होने
लगी है। और बॉडी में क्रिएटिनिन लेवल भी काफी बढ़ चूका है।
मम्मी तो रोने ही वाली थी पापा ने उन्हें संभाल
लिया। फिर पापा ने पूछा, डॉक्टर इसकी किडनी कैसे ख़राब होने लग गई है? फिर डॉक्टर
ने बताया कि जिम और प्रोटीन के कारण। उन्होंने हमें बताया की ज्यादा प्रोटीन खाने
से किडनी खराब होती है और मैंने तो भर-भर कर प्रोटीन खाया है, इसलिए ऐसा हुआ है।
फिर पापा ने पूछा अब इसको ठीक कैसे करे?
डॉक्टर ने बोला कि वैसे तो हम लोग डायलिसिस
करवाने के लिए बोलते है लेकिन उससे कोई फायदा नहीं होगा, एक दिन आपको किडनी
ट्रांस्पलांट करवानी ही पड़ेगी। उनकी बात खत्म होते ही मैंने प्चुह्हा “तो फिर क्या
करे”? डॉक्टर ने बताया कि आप आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट की हेल्प से इस बीमारी ठीक हो
सकते हैं। डॉक्टर ने मुझे क्कुछ दवाएं दी और वहां से आ गये। घर आते ही हमने
आयुर्वेदिक किडनी ट्रीटमेंट ढूंडना शुरू कर दिया।
फिर मेरे बड़े भाई ने यूट्यूब पर कर्मा आयुर्वेदा
के बारे मेरा। भाई ने कर्मा आयुर्वेदा की वेबसाइट भी विजिट की और हमें इसके बारे
में बताया। हम सभी नेक्स्ट डे ही कर्मा आयुर्वेदा होस्पिटल चले गये। वहां हम डॉ. पुनीत
धवन से मिले, उन्होंने मेरी रिपोर्ट देखि और कहा “आप जल्दी ही ठीक हो जाएंगे”
डॉ. पुनीत धवन ने मुझे कहा कि आप जिम जाओ,
प्रोटीन लो लेकिन बहुत कम और नेचुरल प्रोटीन ही लो। डॉ. ने मुझे दो महीने की दवा
दी और स्ट्रिक्ट डाइट प्लान भी दिया। मम्मी ने मुझे जबरदस्ती वो डाइट प्लान फॉलो
करवाया। एक महीने बाद जब मैंने फिर से अपना टेस्ट करवाया तो मैं सातवें आसमान पर
था। मेरी किडनी फिर से ठीक हो गई थी। डॉ. पुनीत धवन ने मुझे केवल दो महीने की दवा
दी थी लेकिन मेरी किडनी बस एक महीने में ही ठीक हो गई थी। अब मैं बिलकुल ठीक हूँ
और फिर से जिम जाना भी शुरू कर दिया है, लेकिन बिना प्रोटीन पाउडर लिए। THANK YOU DR। PUNEET DHWAN