मैं प्रशांत किशोर
मैं प्रशांत किशोर हूँ, मीठे का बहुत शोकिन हूँ।
आप सोच रहे होंगे कि मैं अपने खाने की पसंद के बारे में क्यों बता रहा हूँ?
क्योंकि इसी मीठे ने मेरी जिंदगी को नरक में बदल दिया था। जैसा की मैंने आपको
बताया कि मैं बहुत ज्यादा मीठा खाता था, जिसके कारण से मुझे मधुमेह हो गया। मैंने
मधुमेह की दवा लेना शुरू कर दी। शुगर कम होने लगता और मैं फिर से मीठा खाना शुरू
कर देता। कुछ सालों से ऐसा ही चलता आ रहा था, मेरी पत्नी मुझे कम मीठा खाने की
बोलती थी तो मैं उस पर नाराज़ होता था।
कई बार तो वो मुझसे मीठा तक छुपा कर रखने लगी थी।
लेकिन मैं कहीं ना कहीं से मीठा खा लेता था। जिसके कारण मुझे कई दिक्कते होती थी।
बीता कुछ महीनो से मेरे पैरों में सूजन भी आने लगी थी, तो डॉक्टर के कहने पर मैंने
कुछ समय के लिए परहेज किये और फिर से मीठा खाना शुरू कर दिया। लेकिन इस बार समस्या
बहुत बड़े रूप में आई थी।
मुझे हाई ब्लडप्रेशर भी होने लगा था और पेशाब की
दिक्कत भी होने लगी। बहुत कम पेशाब आने लगा था, लगता था कि बहुत तेज़ी से पेशाब आने
वाला है लेकिन बिलकुल नहीं आता था। फिर मैंने इस बारे में डॉक्टर से बात की।
डॉक्टर ने मुझे साफ साफ बोला ये किडनी खराब होने के लक्षण है और आप तो पहले से ही
शुगर के मरीज है, आपकी किडनी खराब होने के तो ज्यादा चांस है। मैं डर गया, और
तस्सली के लिए डॉक्टर के कहने पर अपनी कुछेक जांच करवाई।
रिपोर्ट आई तो पता चला की मेरी दोनों किडनियां
खराब हो चुकी है। फिर क्या था डॉक्टर ने मेरा डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। लगभग
दो महीने तक डायलिसिस करवाने के बाद भी जब कोई आराम ना मिला तो मैंने कहीं और से
इलाज लेने की ठानी। मैंने एक बार टीवी पर देखा था कि आयुर्वेद की मदद से किडनी को
ठीक किया जा सकता है। मुझे याद आया की कर्मा आयुर्वेदा खराब किडनी के लिए
आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट देता है।
फिर क्या था मैं दिल्ली आया और आयुर्वेदिक
ट्रीटमेंट शुरू कर दिया। मैंने तीन महीने की दवा ही ली थी और मेरी किडनी फिर से
ठीक हो गई। अब मैंने मीठा खाना एक दम बंद कर दिया और कर्मा आयुर्वेदा की मदद से
मेरी दोनों किडनी अब बिलकुल ठीक है।