पेशेंट जर्नी – अनीता रावत

मेरा नाम अनीता रावत है, मैं 23 साल की हूं और मुंबई की रहने वाली हूं। मैं 8 महीने से डायबिटीज की समस्या से जूझ रही थी और दिन में कई बार इंसुलिन लिया करती है, लेकिन फिर अचानक मुझे चक्कर आने लगे और बहुत उल्टियां होने लगी। तब मैं बेहोश हो गई। मुझे एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया और जांच करवाने पर पता चला कि, मेरी किडनी में खराबी आ गई है और मेरा क्रिएटिनिन लेवल बेहद तेजी से बढ़ जा रहा है। एम्स अस्पताल के डॉक्टर से इस इलाज के बारे में बात करने पर पता चला कि, इस बीमारी का तो, कोई इलाज ही नहीं है। बस अंतिम स्थिति में डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट ही करवाना पड़ेगा। तब मैं तो इसके लाखों के खर्चो को देखकर डर गई, कि इतना पैसा आएगा कहा से या मुझे अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा, क्योंकि मैं मिडल क्लास फैमिली से हूं। एक दिन मेरे मम्मी को टीवी पर कर्मा आयुर्वेदा का एक शो दिखा STOPKIDNEY DAILYSIS और उसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पता चला। मेरी मम्मी ने बिना देरी किए कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार शुरू कर दिया।
कर्मा आयुर्वेदा में आने से पहले मेरी हालत बेहद नाजूक थी। यहां तक की मैं अपने पैरों पर भी खड़ी नहीं हो पा रही थी। लेकिन अब मुझे कर्मा आयुर्वेदा से इलाज शुरू किए हुए 2 महीने हो गए है और मैं पहले से काफी बेहतर महसूस कर रही हूं। वो भी बिना डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के। पहले मेरा क्रिएटिनिन लेवल 7.5mg/dl  था और लेकिन आयुर्वेदिक इलाज के बाद मेरा क्रिएटिनिन लेवल घटकर 2.47mg/dl  आ गया। मुझे कर्मा आयुर्वेदा में डॉ. पुनीत धवन ने आयुर्वेदिक दवाओं और आहार परहेज जैसा पालन करने को बताया था, सिर्फ उसी की मदद से मुझे अपने अंदर सुधार देखने को मिला।  

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