पेशेंट जर्नी - शोभाबाई मोटारगे
मेरा नाम शोभाबाई मोटारगे है और मैं नामदेव गांव, महाराष्ट्र की रहने वाली हूं। मैं प्याज की खेती करती हूं, लेकिन काफी दिनों से मेरी तबियत ठीक नहीं थी तो तब मेरे पति अकेले ही खेती-बाड़ी करते थी। कुछ भी काम करने पर मेरी सांस फूलती था और चक्कर आते थे। गांव के एक अस्पताल में कुछ परिक्षण के बाद मुझे किडनी की बीमारी बताई थी। वहां के डॉक्टर ने मुझे ये भी कहा था कि इस बीमारी के बढ़ने पर डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट ही करवाना पड़ेगा। मेरा परिवार वाले मेरी वजह से बहुत परेशान हो गए थे। इस बीमारी की वजह से जैसी मेरी हालत हो गई थी तो तब मैंने जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। सब मेरे लिए सही इलाज धूंध रहे थे और इस उम्मीद में थे कि जल्दी ही स्वस्थ हो जाऊं। तब मेरे रिश्तेदार को यूट्यूब से कर्मा आयुर्वेदा के बारे पता चला और तुंरत ही मेरा यहां आयुर्वेदिक उपचार शुरू हो गया। कर्मा आयुर्वेदा में जाने से पहले मुझे बहुत सी तकलीफो का सामना करना पड़ रहा था जैसे कि, चलने-फिरने में दिक्कत होना, शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन और थकान महसूस होना। मेरा क्रिएटिनिन लेवल भी 5.5 mg/dL पर पहुंच गया था, लेकिन मुझे सही ...