योग और आयुर्वेद ने किया किडनी को स्वस्थ
क्या आप क्रिएटिनिन के बारे में जानते हैं? नहीं ना, पहले मैं भी नहीं जानता
था, लेकिन अब इसके इसके बारे में सब कुछ जानता हूँ! नमस्कार, मेरा नाम कार्तिक
चौहान है, मैं रोहतक, हरियाणा का रहने वाला हूँ। मेरी जिन्दगी एक दम आराम से चल
रही थी सब कुछ अच्छा हो रहा था मैं अपनी जिन्दगी को लेकर काफी खुश था। लेकिन फिर
कुछ ऐसा हुआ जिसने मेरी जिंदगी ही बदल कर रख दी। आज उस समय को को बीते हुए करीब
चार साल हो चुके हैं, लेकिन उस समय के दी हुई यादें आज भी मुझे ऐसे याद है कि जैसे
सब कुछ अभी-अभी ही हुआ है।
वैसे तो मैं हमेशा ही फिट रहता हूँ, लेकिन चार साल पहले मेरी अचानक खराब रहने
लगी, कभी बुखार, कभी सूजन आना, तो कभी बार-बार उल्टियाँ आना। सबको लगा कि वायरल
बुखार है, लेकिन वो वायरल बुखार के भेष में एक बड़ी बीमारी थी। मैं इसे आम सी
बीमारियाँ समझ कर पास के ही डॉक्टर से दवाएं ले रहा था, लेकिन मुझे कोई आराम नहीं
मिल रहा था। कुछ हफ्तों तक ऐसे ही चलता रहा, फिर मैंने एक दिन देखा कि मेरे पेशाब
का रंग गहरा लाल हो गया है। मैंने इस बारे में तुरंत अपने डॉक्टर को बताया तो
उन्होंने मुझसे कहा की आप कुछ टेस्ट करवा लीजिये।
लेकिन आइने टेस्ट नहीं करवाए, क्योंकि मैं उनके पास से करीब दो हफ्ते से दवाएं
ले रहा था लेकिन मुझे रत्ती भर भी आराम नहीं मिल रहा था। मैंने किसी और डॉक्टर के
पास जाने की सोची और मैं रोहतक के ही एक बड़े हॉस्पिटल में चला गया। वहां पर मैं एक
डॉक्टर से मिला, मैं उनको बताया कि दिनों से मेरी तबियत काफी खराब हो गई है दवाएं
भी चल रही है लेकिन कोई सुधार नहीं हो रहा था। मैंने डॉक्टर को बताया कि काफी
दिनों से मेरे चेहरे और पैरों में सूजन आई हुई है और मुझे बार-बार उल्टियाँ भी आती
है, कभी-कभी मुझे तेज़ बुखार भी हो गया था।
डॉक्टर ने मेरी बातें सुन कर मुझसे पूछा कि क्या मुझे ब्लडप्रेशर या शुगर की
प्रॉब्लम रहती है या आप शराब पीते हैं? मैंने उनको बताया
कि मैं शराब और मांस नहीं खता और मुझे ब्लडप्रेशर और शुगर के बारे में पता नहीं। डॉक्टर
ने मुझसे कहा कि आप कुछ टेस्ट करवा लीजिये तभी कुछ कहा जा सकता है, इससे पहले मैं
आपको कोई खास ट्रीटमेंट नहीं दे सकता। जब मैंने डॉक्टर से पूछा कि क्या कोई डरने
वाली बात है क्या? तो उन्होंने कहा, “मैं झूट नहीं बोलूँगा, लेकिन मुझे ऐसा ही लग
रहा है, आप टेस्ट करवा लीजिये फिर बात करते हैं”।
मैंने डॉक्टर के
कहने से उनके बातये हुए सारे टेस्ट कुछ ही दिनों में करवा लिए, कुछ ही दिनों में मेरी
सारी रिपोर्ट्स आ गई। मैं रिपोर्ट्स आते ही डॉक्टर के पास गया और उनको सारी
रिपोर्ट्स दिखाई। डॉक्टर ने मेरी रिपोर्ट्स देखि और मुझेसे फिर एक बार पूछा क्या
आपको सच में हाई ब्लडप्रेशर और शुगर की प्रॉब्लम नहीं है? मैंने उनको फिर से वाही
जवाब दिया जो मैंने उनको पहले दिया था कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता और शायद
मुझे ये दोनों नहीं है। डॉक्टर ने मुझसे आगे पूछा कि क्या आप तेज मसलों वाला खाना
खाते हैं? तो मैंने उनको बताया जी हाँ, मैं बाहर का बहुत खाता हूँ। फिर डॉक्टर ने
मुझे बताया कि आपको हाई ब्लडप्रेशर की प्रॉब्लम है जिसके कारण से आपकी दोनों किडनी
खराब होने की कगार पर आ चुकी है।
डॉक्टर की ये बात
सुनते ही मेरे पैरों तले से जमीन खिसक गई, मैंने तुरंत डॉक्टर से पूछा कि ऐसा कैसे
हो सकता है, मैं तो अपना बहुत ही ध्यान रखता हूँ और जिम भी जाता हूँ। मैंने उनको
बताया कि रोज़ जिम जाता हूँ और खुद को फिट रखने के लिए डाइट भी अच्छे से लेता हूँ।
डॉक्टर ने मुझेसे तभी पुछा कि क्या आप डाइट में प्रोटीन लेते हो क्या, उनके इस
सवाल के जवाब में हाँ कह दिया। डॉक्टर ने कहा, “आपने ये सब मुझे पहले क्यों नहीं
बताया, क्या आपको मालूम है प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने के कारण किडनी खराब हो जाती
है, ऊपर से आप तो बाहर का भी बहुत खाते हैं ये सब आपकी बीमारी के लिए तो सोने पर
सुहागा वाला काम कर गये”।
मैंने उनकी ये बात
सुनते ही पुछा कि अब क्या करना है, मैं ठीक तो हो जाऊंगा ना? डॉक्टर ने कहा कि आप
ठीक हो जाओगे अगर आप परहेज करें और टाइम पर दवाएं लें। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि
अब आपको डायलिसिस करवाना शुरू करना होगा क्योंकि आपका क्रिएटिनिन लेवल भी काफी बढ़
चूका है। मैंने उनसे पूछा कि ये क्रिएटिनिन क्या है? जैसा कि मैंने आपको शुरुआत
में बताया था कि मुझे इससे पहले क्रिएटिनिन के बारे में कुछ नहीं पता था, लेकिन अब
मुझे अब क्रिएटिनिन के बारे में सब पता है।
डॉक्टर ने मुझे
बताया कि क्रिएटिनिन एक खराब उत्पाद है, जिसके किडनी पेशाब के साथ शरीर से बाहर
निकाल देती है, लेकिन जब किडनी खराब हो जाती है तो किडनी इसे शरीर से बाहर नहीं
निकाल पाती जिससे किडनी और अधिक खराब हो जाती है। इसके अलावा जब किडनी ठीक हो
लेकिन क्रिएटिनिन शरीर में ज्यादा हो जाए तो भी किडनी खराब हो जाती है। मुझे पता
है इसे समझना बहुत ही मुश्किल है, लेकिन क्या ही कर सकते हैं।
वैसे तो क्रिएटिनिन
का लेवल शरीर में 1 दशमलव से थोडा ऊपर होता है लेकिन उस समय मेरा क्रिएटिनिन लेवल
10 से ऊपर पहुँच चूका था जिसे देखते हुए मेरा डायलिसिस होना शुरू हो गया था। तक़रीबन
दो माह तक मेरा हर हफ्ते दो बार डायलिसिस होता रहा। लेकिन दो महीने में मेरे
क्रिएटिनिन लेवल में कोई सुधर नहीं आया, जिसे लेकर मैं अभूत ही ज्यादा परेशान था।
मैंने इस बारे में डॉक्टर से पूछा कि इसमें टाइम लगेगा, जब मैंने उनसे पूछा कितना
टाइम लगेगा तो उनके पास इसका कोई जवाब नहीं था।
मुझे अब लगने लगा था
कि अब मैं नहीं बचने वाला, क्योंकि मैं काफी कमजोर हो चूका था। लेकिन भगवन को अभी
मुझे जिन्दा रखना था, एक दिन मैं अपने घर में आराम कर रहा था और नेट पर ऐसे ही
किडनी के बारे में देख रहा था। तभी मुझे पता चल कि आयुर्वेद द्वारा खराब हुई किडनी
को आराम से ठीक किया जा सकता है वो भी बिना डायलिसिस किये। मैंने इस बारे में और
देखना शुरू कर दिया, तभी मुझे कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला। मैंने कर्मा आयुर्वेदा
की पूरी वेबसाइट देखि, उसमें किडनी को ठीक करने को लेकर बहुत सी बाते लिखी हुई थी
और कुछ ऐसे रोगियों के बारे में भी लिखा हुआ था जिन्होंने कर्मा आयुर्वेदा से
आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लिया और अपनी खराब हुई किडनी को ठीक किया।
मैंने कर्मा
आयुर्वेदा का यूट्यूब चैनल भी देखा, जहाँ पर हजारों किडनी रोगियों की विडियो थी,
जिन्होंने कर्मा आयुर्वेदा से ही आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लिया हुआ था। विडियो में
बताया जा रहा था कि बिना डायलिसिस के ही उनका क्रिएटिनिन लेवल कम हुआ और अब वो
बिलकुल ठीक है। मैंने भी ठान लिया कि मैं भी यहाँ जाऊंगा और आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट
लूँगा, मैंने तुरंत इसके बारे में अपने घर वालो को बताया। सबको लगा एक बार तो यहाँ
जाना ही चाहिए, तो हमने अगले दिन ही कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल जाने का प्लान बना
लिया।
कर्मा आयुर्वेदा
हॉस्पिटल दिल्ली में ही है तो हम कुछ ही देर में वहां पहुँच गये, जहाँ पर हमारी
मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई। मैंने डॉ. पुनीत धवन को अब तक सारी बातें उनको बताई
और उन्होंने मेरी सारी रिपोर्ट्स देखि। जब मेरा डायलिसिस शुरू हुआ था तो मेरा
क्रिएटिनिन लेवल 10 के करीब था और जब इतने डायलिसिस करवाने के बाद डॉ. पुनीत धवन
से मिला तो मेरा क्रिएटिनिन लेवल 8 था। इसे देखते हुए डॉ. पुनीत धवन ने मुझसे कहा
कि डरने की जरूरत नहीं है, आप जल्द ही ठीक हो जाओगे।
डॉ. पुनीत धवन ने
मुझे बस तीन माह तक के लिए आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लेने की बात कही, उन्होंने मुझसे
कहा कि आप योग करिए और ध्यान लगाइए आपकी बॉडी इससे रिलैक्स होगी और आप जल्द ही ठीक
हो जाओगे। उन्होंने मुझे एक डाइट प्लान भी दिया ताकि मैं जल्द ठीक हो सकू। आज इन
बातो को करीब तीन साल बीत चुके हैं, आज उन दिनों को याद करता हूँ तो तो काँप सा
जाता हूँ।
आज मैं एक दम स्वस्थ
जीवन जी रहा हूँ और हरियाण पुलिस का हिस्सा हूँ। अगर मैं डॉ. पुनीत धवन से कर्मा
आयुर्वेदा में नहीं मिला होता तो शायद आज मैं जिन्दा नहीं होता। मैंने अब बाहर का
खाना एक दम बंद कर दिया और योग और ध्यान को जीवन में अपना लिया है, ये दोनों मुझे
स्वस्थ रखने में काफी मदद करते हैं।