Posts

फ़ूड ब्लॉगर की किडनी को किया कर्मा आयुर्वेदा ने ठीक !

इंसान की ज़िन्दगी में कब क्या हो जाए किसी को कुछ नहीं पता होता है। हमारे बदलते लाइफस्टाइल की वजह से कई बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है और कौन-सी बीमारी गंभीर हो जाए, इसका भी कोई पता नहीं। मेरा नाम शिखा और उम्र सिर्फ 27 साल है। मैं एक फ़ूड ब्लॉगर हूँ जो तरह तरह के खाने की खोज में रहती हूँ और कहीं दूर दूर ट्रेवल करती हूँ। मगर मेरी छोटी-छोटी लापरवाही की वजह से मुझे बहुत गंभीर समस्या से जूझना पड़ है। लापरवाही में क्या? सबसे ज्यादा यूरिन रोकने की आदत, जब मैं कहीं दूर ट्रेवल करती हूँ तो अक्सर यूरिन होल्ड करने की आदत कब मुझे लग गयी पता ही नहीं चला और फ़ूड ब्लॉगर होने के नाते खाने का कोई समय तय नहीं था और न ही सोने का कोई समय तय था। ये आदते धीरे-धीरे मेरे लिए किडनी की समस्या कब बन गयी, मुझे पता ही नहीं चला। मैं मुश्किल से 4 से 5 घंटे ही सोती थी और नए नए खाने की खोज में दूर दूर निकल जाती थी, जिस वजह से कई बार साफ़ washroom या washroom न मिलने की वजह से भी यूरिन रोकना पड़ जाता था। मुझे कुछ समय पहले यूरिन करते समय जलन होना शुरू हुई और फिर दर्द होना शुरू हुआ। डॉक्टर से जाँच के बाद पता चला क...

पेशेंट जर्नी – ओम प्रकाश भारद्वाज

मेरा नाम ओम प्रकाश भारद्वाज है, मेरी उम्र 47 वर्ष है और मैं सोनीपत का रहने वाला हूं। सोनीपन में मेरा खुद का ढाबा है और मैं खाना बनाने के साथ-साथ खाना खाने का भी शोकिन हूं। वैसे मेरे कस्टमर को भी मेरे हाथ का खाना बेहद पसंद आता है। फिर मेरी कमर में दर्द रहने लगा और हाथ-पैरों में भी सूजन रहती थी। तब मैं डॉक्टर के पास गया और उन्होंने कुछ पेनकिलर दे दी, लेकिन जब भी मेरे कमर में दर्द होता था तो मैं वहीं पेनकिलर ले लेता था। फिर मुझे खाने में दिक्कत होने लगी, चक्कर आते थे, ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा और तेज बुखार आ गया। तब मुझे सोनीपत के अस्पताल में भर्ती करवाया गया और पता चला कि मुझे किडनी की बीमारी है और क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था। किडनी की बीमारी के लिए उसी अस्पताल से मेरा इलाज चल रहा था जिसमें पहले भर्ती करवाया गया था, लेकिन कुछ महीने के बाद वहां मुझे डायलिसिस के बोल दिया था, लेकिन मुझे सही समय पर टीवी के माध्यम से कर्मा आयुर्वेद के बारे में पता चला और बिना देरी किए मैं दिल्ली पहुंचा औक कर्मा आयुर्वेदा से अपना इलाज शुरू कर दिया। कर्मा आयुर्वेदा में जाने से पहले मेरा क्रिएटि...

नई ज़िन्दगी और नई उम्मीद का राज़ कर्मा आयुर्वेदा!

मेरा नाम मेघा है और मैं एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करती हूँ। बैंक में रोज़ लम्बी लाइन ही होती है और लोगों की समस्या को सुलझाना सबसे ज़रूरी काम है। बैंक में लाखों सवालों के जवाब देने और बहुत से काम के चक्कर में अक्सर मेरा खाना खाने का कोई समय नहीं रहता है और इस वजह से मुझे एसिडिटी की समस्या शुरू हो गयी थी। धीरे-धीरे मुझे यूरिन से जुड़ी हुई समस्या का सामना भी करना पड़ा रहा था, मुझे यूरिन पास करते समय जलन और दर्द तो होता होता ही था और जब यूरिन पास करते समय मुझे खून नज़र आया तो मैं बहुत घबरा गयी थी। मैंने तुरंत ही डॉक्टर से जाँच करवाई और उसमें यूरिन इन्फेक्शन आया, जिसका इलाज मैंने अच्छे से करवाया। मगर मुझे हर 15 दिन में यूरिन से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा था और शरीर में थकान भी रहने लग गयी थी। मैंने पूरी बॉडी की जाँच करवाई तो मुझे पता चला कि मेरी किडनी में दिक्कत आने लग गयी है और सही से वो काम नहीं कर पा रही है। मैं 2 साल तक एलोपैथी इलाज करवाया और आखिर में डॉक्टर से डायलिसिस करवाने की सलाह दे दी। मैं डायलिसिस जैसे दर्दनाक उपचार से नहीं गुज़रना चाहती थी, इसलिए मैंने आयुर्वेद में अपनी...

मेरा नाम रंजना हूँ, मैं झारखण्ड की राहने वाली हूँ

मेरा नाम रंजना हूँ, मैं झारखण्ड की राहने वाली हूँ। मैं जहाँ से आती हूँ वो एक आदिवासी क्षेत्र है, हमारे आसपास शुरुआत से ही तकनीक की कमी रही है, हमे हमेशा से ही किसी भी प्रकार की आधुनिकता से दूर रहे हैं। बीते दो वर्ष पहले पहले जब मेरी किडनी खराब हुई तो भी मुझे इस बारे में काफी समय बाद पता चला, क्योंकि उनकी रिपोर्ट्स मुझ तक आने में तक़रीबन एक माह का समय लग गया था। मेरा परिवार एक आदिवासी समुदाय से संबंध रखता है, जिसके कारण हमे शुरुआत से ही जंगल और जडीबुटीयों के बारे में अच्छी तो नहीं लेकिन काफी जानकारी है।   हम जब भी बीमार होते है तो हम डॉक्टर के पास जाने से पहले घर पर ही जड़ी बूटी से उसका उपचार करते हैं, जो कि काफी उत्तम है। जड़ी बूटियां अगर हमें ठीक नहीं कर पाती, तो वो हमे एलोपैथी की भांति कोई नुकसान भी नहीं देती। जब मेरी किडनी खराब हुई तो मैंने खुद अपने लिए आयुर्वेदिक उपचार चुना, जिसकी बदौलत आज मैं एक अच्छा जीवन व्यतीत कर रही हूँ। मेरे माता पिता दोनों को ही मधुमेह की समस्या रही है जिसके कारण से मुझे मधुमेह की समस्या विरासत में मिली है। लेकिन मेरे घर वाले इस बारे में शुरुआत स...

मेरा नाम सूरज है, मैं एक कंपनी में अकाउंटेंट का काम करता हूँ

मेरा नाम सूरज है, मैं एक कंपनी में अकाउंटेंट का काम करता हूँ। मेरा काम ना केवल पैसों का हिसाब रखना है बल्कि कंपनी का बहुत सा लेखा जोखा भी रखना है। मैं कंपनी का लेखा जोखा रखने में इतना मशगूल हो गया की अपना ख्याल ही रखना भूल गया और नतीजा ये हुआ कि मेरी किडनी खराब हो गई। बात यहाँ तक पहुँच चुकी थी की मुझे किडनी ट्रांसप्लांट के लिए कहा गया। लेकिन एक इन्सान जो मेरी जिंदगी में भगवान की तरह आया था उसने मेरी किडनी बिना ट्रांसप्लांट के ही ठीक कर दी थी। मैं घर से दूर चेन्नई में अकेला रहता हूँ, जिसके कारण मुझे हमेशा बाहर ही खाना खाना पड़ता है। हमेशा बाहर का खाने के चलते मुझे पेट से जुडी कोई न कोई दिक्कत रहती ही थी, जिसके चलते मुझे बहुत सारी दवाएं खानी पड़ती थी। हमेशा दवाएं खाने के बाद भी मुझे पेट से जुडी कोई ना  कोई दिक्कत रहती ही थी, जिससे मैं हमेशा ही परेशां रहता था। इसके कारण मुझे हाई ब्लडप्रेशर की समस्या रहने लगी थी और पेट में एसिड का अमाउंट कुछ ज्यादा ही रहता था। एक बार मेरे पेट में काफी दर्द हो रहा था, उस दर्द को मैं सहन नहीं कर पा रहा था। उस दर्द के कारण मुझे तेज़ बुखार भी हो गया था,...

पेशेंट जर्नी – सावित्री देवी

मेरा नाम सावित्री देवी है और दिल्ली पटेल नगर की रहने वाली हूं। मेरी उम्र 55 वर्ष है और बढ़ती उम्र की वजह से मुझे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। अभी मुझे डायबिटीज की समस्या है और दिन में कई बार इंसुलिन लेना पढ़ता है। लेकिन कुछ दिनों से मुझे खाना खाने का मन नहीं करता है और कुछ भी खाती हूं तो अधिक उल्टियां होती है। अधिक समस्या बढ़ने पर मुझे एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया। तब वहां के डॉक्टर ने मेरी किडनी में खराबी बता दी। एम्स अस्पताल में जांच के समय मेरा क्रिएटिनिन लेवल – 5 mg/dL था और किडनी में अधिक खराबी बढ़ने पर डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट करवाने को बोला। मुझे ये भी कहां कि, इसके बिना किडनी का कोई इलाज नहीं है। मुझे एम्स अस्पताल के किडनी के मरीज ने ही कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार लेने को कहा। मैं आयुर्वेदिक उपचार पर भरोसा नहीं करता था कि यह कभी किडनी की बीमारी को खत्म कर सकता होगा। लेकिन फिर भी मैंने कर्मा आयुर्वेदा के बारे में सर्च किया और तब पता चला की यहां हजारों से भी ज्यादा मरीजों स्वस्थ होकर गए हैं। तुरंत ही कर्मा आयुर्वेदा से मैंने भी अपना इलाज शुरू क...

पेशेंट जर्नी – बिरजू प्रसाद

मेरा नाम बिरजू प्रसाद है। मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव में रहता हूं और मेरा छोटा सा परिवार है। खेती करके अपने घर-परिवार को चलाता हूं। लेकिन कुछ समय से मेरी तबियत ठीक नहीं लग रही थी और कुछ भी काम करने में दिक्कत होती थी। मेरे हाथ-पैरो में भी सूजन आने लगी, पेशाब करने में दिक्कत होती थी और सांस लेने भी परेशानी होती थी। मुझे इतनी समस्या होने पर उत्तर प्रदेश के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। तब वहां के डॉक्टर ने बताया कि, मुझे क्रोनिक किडनी डिजीज की समस्या है और इस बीमारी की गंभीर स्थिति में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की नौबत आ जाती है। मैं अनपड़ हूं और डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट का मुझे कुछ नहीं पता था। लेकिन जब उस अस्पताल के डॉक्टर ने मुझे उसके खर्च के बारे में बताया, तो मैं हैरान था कि इतने पैसे तो मेरे पास नहीं हैं और मेरे दोस्त ने ये भी बताया कि दोनों ही इलाज किडनी के लिए सही नहीं है। तब मेरे दोस्त ने मुझे आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। लेकिन मैं यह नहीं जानता था कि किडनी की बीमारी का आयुर्वेदिक कहां होता है। तब तक मेरी हालत बिल्कुल नाजुक हो चुकी थी और क्रि...