पेशेंट मेरी मम्मी है उनका नाम कंचन शर्मा है
पेशेंट मेरी मम्मी है उनका नाम कंचन शर्मा है
और उनकी उम्र 42 वर्ष है। वह एक टेलर हैं और हमारी छोटी सी कपड़ो की दुकान भी है। मेरी
लाइफ बहुत नार्मल चल रही थी लेकिन एक दिन मेरी मम्मी की तबियत बहुत खराब हो गई, उनको उल्टियां और पेशाब में जलन, दर्द और खून आ रहा था। घर में सब बहुत घबरा
गए थे, जांच के दौरान
पता चल कि उनकी किडनी में कुछ दिक्कत आ रही है। मेरी मम्मी बहुत स्ट्रोंग है
क्योंकि ये सब जानने के बाद भी वो मुस्कुरा रही थी।
हम घर पर चर्चा कर रहे थे कि इलाज कहां से
करवाए और इतने में मेरे पापा ने कहा कि आयुर्वेदिक इलाज ही सही रहेगा, क्योंकि उनका मानना था की अंग्रेजी उपचार किडनी
के लिए सही नहीं है। इस एलोपैथी में किडनी की बीमारी के लिए डायलिसिस या
ट्रांसप्लांट ही है और एक मिडिल क्लास परिवार में यह बहुत खर्चिला था। एलोपैथी में
उम्र भर के लिए दवाई या डायलिसिस की सलाह दे देते हैं। तब आयुर्वेदिक उपचार के
बारे में सर्च करते वक्त यूट्यूब पर कर्मा आयुर्वेदा की वीडियो देखी और कर्मा
आयुर्वेदा जो एक आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के बारे में जाना। मैंने फोन निकालकर कर्मा आयुर्वेदा में अपॉइंटमेंट बुक
की।
वहां हमारी मुलाकात डॉक्टर पुनीत धवन से हुई
जिन्होंने बताया कि ये सब शुरुआती लक्षण है और जल्दी ही कण्ट्रोल करके किडनी की बीमारी से छुटकारा पा
सकते हैं। उन्होंने कुछ दवाई दी और एक डाइट चार्ट फॉलो करने की सलाह दी। तबियत
ज्यादा बिगड़े नहीं और ना ही कोई दिक्कत हो, उसके लिए कुछ योगासन भी बताए। उनसे बात करके मुझे अच्छा
लगा और एक ही महीने में मैंने अपनी
मम्मी की तबियत में सुधार देखा।
एक महीने तक उनकी बताई हुई हर बात का ध्यान
रखा था और जब दोबारा मिलें तो उन्होंने दवाई और डाइट चार्ट बदल दिया। यह सिलसिला 1
साल तक चला था, लेकिन आज के टाइम में मेरी मम्मी एकदम स्वस्थ और खुश है। उनको अपनी सारी
समस्याओं से राहत मिल चुकी है और उनकी किडनी की समस्या भी ठीक हो गई है। एक बात तो
है कि आयुर्वेद में हर बीमारी का पुख्ता इलाज शामिल है बस हमें विश्वास करने की जरूरत
है।