मेरा नाम कविता कोश है और मैं जयपूर की रहने वाली हूं।


मेरा नाम कविता कोश है और मैं जयपूर की रहने वाली हूं। हमारी खुद की शोप है जो बेटा चलाता था। मुझे काफी समय से डायबिटीज की समस्या थी और मेरा ब्लड प्रेशर भी हाई रहने लगा था। लेकिन अचानक मेरी तबीयत खराब होने लगी और घर के पास छोटे से अस्पताल में मुझे भर्ती करवाया गया। तब पता चला कि, मुझे तो किडनी फेल्योर की  समस्या है 70 प्रतिशत किडनी डैमेज हो चुकी है। इस बीमारी की वजह से मुझे चलने में परेशानी होती थी, चक्कर आते थे, भूख कम लगती थी जिस वजह से मेरा वजन भी कम हो रहा था और कुछ भी खाता था तो तब मुझे अधिक उल्टियां होती थी। 
कुछ समय तक मेरा एलोपैथी इलाज चला, लेकिन बीमारी में कुछ बदलाव नहीं आया। तब टीवी के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में पता चला। लेकिन पहले तो मुझे इस पर भरोसा नहीं हुआ और जब एलोपैथी डॉक्टर ने बोला कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। तब सोचा की एक बार कर्मा आयुर्वेदा से भी आयुर्वेदिक इलाज लेकर देखती हूं फिर तुरंत कर्मा आयुर्वेदा से मेरा इलाज शुरू हो गया।
कर्मा आयुर्वेदा में आने से पहले मेरा क्रिएटिनिन लेवल - 8mg/dL था और तब मैं हर जगह से इलाज करके परेशान हो गई थी और एलोपैथी दवाओं से मेरे शरीर में कोई सुधार भी नहीं आ रहा था, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवा से मुझे 15 दिनों में ही अपने शरीर में सुधार दिखना शुरू हो गया और उनका क्रिएटिनिन लेवल – 1.50mg/dL  हो गया। जहां मुझे एलोपैथी डॉक्टर ने डायलिसिस लेने के लिए बोल दिया था अब उससे भी छुटकारा मिल गया। कर्मा आयुर्वेदा में मुझे आयुर्वेदिक दवाओं के साथ-साथ आहार चार्ट और कुछ सिम्पल योगासन करने की सलाह दी थी। मैंने बताएं उपचार का अच्छे से पालन किया। जिसकी मदद से मैं जल्दी ही स्वस्थ हो पाया। किडनी की बीमारी से जूझ रहे मेरे दूर रिश्तेदार जिसको किडनी की बीमारी है उसे भी कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार लेने का सुझाव दिया।


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