मैं सुलेखा


मैं सुलेखा, पुणे, महाराष्ट्र की रहने वाली हूँ। पेशे से एक अध्यापक हूँ लेकिन कभी-कभी दिल करे तो लिख भी लेती हूँ। अभी तक  बहुत से विषयों पर लिख चुकी हूँ, तो सोचा आज अपने बारे में लिखती हूँ, अपने उस काले दौर के बारे में लिखती हूँ जिसे मैं कभी सपने में भी याद नहीं करना चाहूंगी। कुछ समय पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी, यह एक ऐसी बीमारी है जो कहने को तो एक बीमारी है लेकिन कई दिक्कतों को अपने साथ साथ लाती है। पहले मुझे इस बीमारी की कोई खासा जानकारी नहीं थी, हाँ मैंने इसके बारे कुछेक बार पढ़ा जरूर था, लेकिन यह नहीं सोचा था कि ये बीमारी मुझे भी हो सकती है। क्योंकि मैं अपना बहुत अच्छे से ख्याल रखती थी, बाहर का खाना बहुत ही कम खाती थी, अध्यापक हूँ तो नशे से दूर ही रहती हूँ। लेकिन फिर भी मुझे यह बीमारी हो गई।
मेरी किडनी खराब होने के पीछे का कारण बना एंटीबायोटिक दवाएं। महिलाओं को अक्सर बदन दर्द की शिकायत रहती ही है जो मुझे भी थी, जिससे आराम पाने के लिए मैं अक्सर दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल करती थी। पूरा दिन क्लास में खड़े-खड़े बच्चों को पढ़ाने के कारण कमर में दर्द होना आम सी बात हो चली थी और क्लास के कारण के कारण सर दर्द भी हो जाता था जिसके लिए मैं दवा लेती थी। पहले तो मैं केवल दर्द होने पर ही दवा लेती थी, लेकिन कुछ समय बाद मैं रोज़ ही इन दवाओं का इस्तेमाल करने लगी। इन दवाओं को लेने से मुझे दर्द की शिकायत कम रहने लगी। मैं इस बात से बहुत खुश थी कि चालो दर्द से पीछा छुटा, अब बच्चों को और अच्छे से पढ़ा पाऊँगी।
लेकिन ये मेरी बहुत बड़ी खुश्फैमी थी। मैं धीरे-धीरे इन दवाओं की आदि बन चुकी थी, जिसके कारण मुझे हाई ब्लडप्रेशर की दिक्कत होना शुरू हो गई। मैंने उसके लिए भी दवा लेनी शुरू कर दी, मुझे आराम मिलने लगा। ये मेरी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी गलती थी। ब्लडप्रेशर हाई रहने के कारण मेरी किडनी खराब हो गई थी, जिसमे दवाओं का बहुत बड़ा हाथ था।
एक बार मैं दवा खाने के बाद आराम ही कर रही थी की मेरे पेट में दर्द होने लगा, मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया और थोड़ी देर में पेट दर्द अपने आप ठीक हो गया। मुझे लगा की ऐसे में हुआ होगा, लेकिन मैं गलत थी, वो किडनी खराब होने का दूसरा संकेत था क्योंकि पहला हाई ब्लडप्रेशर था। अब मुझे कुछ दिनों तक ऐसे ही पेट में दर्द रहने लगा, मैंने हार कर डॉक्टर को इस बारे में बताया। डॉक्टर ने मुझसे पुचा कि क्या आप किन्हीं खास दवाओं का सेवन कर रही हैं क्या? तो मैंने उन्हें बता दिया। उन्होंने मुझे कुछ टेस्ट करवाने के लिए बोला मैंने करवा लिए।
जब डॉक्टर ने मुझे टेस्ट की रिपोर्ट के बारे में बताया तो मैंने उस पर यकीन नहीं किया। उन्होंने मुझे बताया कि मेरी किडनी खराब हो चुकी है। मैंने उनसे पूछा डॉक्टर मेरी किडनी कैसे खराब हो सकती है? फिर डॉक्टर ने मुझे बताया कि हाई ब्लडप्रेशर किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण होता है और आप उससे लगभग साल से जूझ रही हो, ऊपर से आप इतनी दवाओं का सेवन कर रही हो इससे तो आपकी किडनी का खराब होना लाज़मी ही था। डॉक्टर ने मुझे फिर ठीक से बताया कि ज्यादा दवाएं खाने से और हाई ब्लडप्रेशर रहने से किडनी की वर्किंग पॉवर कम होने लग जाती है जिससे किडनी खराब हो जाती है, और फ़िलहाल एलोपैथी में इसका कोई ट्रीटमेंट नहीं है।
फैमिली डॉक्टर होने के कारण, उन्होंने मुझे आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लेने के लिए बोला। उन्होंने बताया कि सुलेखा जी आप दिल्ली चले जाएं और कर्मा आयुर्वेदा में जाकर डॉ. पुनीत धवन से मिलें। उन्होंने मुझे बताया की डॉ. पुनीत धवन ने अब तक कई हज़ार लोगो की खराब किडनी को ठीक किया है। मैंने उनकी बात मानी और मैं अगले दिन ही पुणे से दिल्ली को रवाना हो गई। मैं दिल्ली जाकर डॉ. पुनीत धवन से मिली और उन्होंने मुझे एक प्रॉपर डाइट प्लान दिया और आयुर्वेदिक दवाएं दी।
डॉ. पुनीत धवन ने मुझे तीन महीने की दवा दी, लेकिन मैंने दो महीने ही दवा ली थी और मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई थी। पहले मैं आयुर्वेदिक उपचार से कतराती थी, लेकिन अब मेरा आयुर्वेदा में पूरा विश्वास बढ़ गया है। कर्मा आयुर्वेदा के कारण मेरी किडनी अब बिलकुल हैं, अब मैं आराम से बिना किसी दिक्कत के क्लास में पढ़ा पाती हूँ। धन्यवाद कर्मा आयुर्वेदा।



Popular posts from this blog

किडनी के लिए खास औषधि है अर्जुन वृक्ष

Is Triphala good for kidney disease?

किडनी का सिकुड़ना क्या होता है?